कोरोनावायरस जबसे दुनिया भर में फैला है तब से इसके चलते बहुत सी भ्रांतियां फैली हैं, लेकिन इन्हीं भ्रांतियों ने लोगों को डराया है, यदि आपको लगता है कोरोनावायरस जानलेवा है और यह जिस भी व्यक्ति पर अटैक करता है उसकी मौत निश्चित है तो आप गलत हैं, क्योंकि कोरोनावायरस से जुड़ी अफवाहें लोगों को डरा रही है, ऐसे में हर व्यक्ति को पता होना चाहिए कोरोनावायरस से जुड़ी इन बातों के बारे में, डब्ल्यूएचओ ने एक हेल्थ एडवाइजरी जारी की है जिसमें बताया गया है कि कोरोनावायरस से जुड़ी कौन-कौन सी बातें झूठी हैं यदि आप इन्हें जानना चाहते हैं तो इस पोस्ट को पूरा पढ़ें
१.यदि आपको लगता है ठंड का मौसम और बर्फ कोरोना संक्रमण से निजात दिला सकता है तो आप गलत हैं|
२.कोरोना वायरस को मारने में हैंड ड्रायर्स प्रभावी नहीं है|
३.नियमित रूप से खारा के साथ नाक rinsing लोगों को कोरोनावायरस जैसे संक्रमण से सुरक्षित करता है|
४.यदि आपको लगता है लहसुन आपको कोरोनावायरस से बचा लेगा तो मौजूद प्रकोप में कोई भी सबूत यह सिद्ध नहीं कर सकता की लहसुन कोरोनावायरस से बचा सकता है|
५.कोरोनावायरस आद्र जलवायु और गरम क्षेत्रों में प्रेषित किया जा सकता है|
६.यदि आपको लगता है कोरोनावायरस मच्छर के काटने से एक दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है तो यह बात झूठी है|
७.यदि आपको लगता है एंटीबायोटिक दवा वायरस के खिलाफ काम करती है तो आपको बता दें यह एंटीबायोटिक्स केवल बैक्टीरिया के खिलाफ काम करता है, संक्रमण के खिलाफ नहीं है|
८.यदि आप एल्कोहल या क्लोरीन का छिड़काव अपने शरीर पर करते हैं तो आप उन वायरस को नहीं मार पाएंगे जो आपके शरीर में पहले से ही प्रवेश कर चुका है|
९.यदि आपको लगता है पालतू कुत्ता या बिल्ली की वजह से कोरोनावायरस आपके शरीर में फैल सकता है इस को संचालित कर सकता है तो अभी तक इसके कोई सबूत नहीं मिले हैं|
१०.यदि आपको लगता है थर्मल स्कैनर वायरस का पता लगा सकता है तो आप गलत सोचते हैं, क्योंकि थर्मल स्कैनर सिर्फ बुखार का पता लगा सकता है कोरोनावायरस का नहीं|
११.कोरोनावायरस से बचने के लिए अभी तक कोई भी इलाज या कोई भी दवा नहीं बनी है|
१२.गर्म पानी से स्नान करना कोरोनावायरस को शरीर में प्रवेश करने से नहीं रोक सकता है|
१३.निमोनिया के खिलाफ बने टीके जैसे कि हिमोफिलस, न्यूमोकोकल या इन्फ्लूएंजा type-b के कोरोनावायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान नहीं करते है|