कोरोना वायरस चीन से निकलकर दुनिया भर में फैल चुका है, इसके चलते कई देशों ने बंदी जैसे आदेश दे दिए हैं, भारत में भी हर दिन कोरोनावायरस के नए नए मामले सामने आ रहे हैं, इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सावधानियां बरती जा रही है और अपील की जा रही है साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें, खासकर भीड़भाड़ वाली जगह से बचने के लिए विशेष सलाह दी जा रही है|
इस संक्रमण से बचने के लिए सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियां कार्य कर रही हैं, लेकिन कोरोना पर नियंत्रण चुनौती भरा है, इसलिए दुनिया भर में इस पर रिसर्च और अध्ययन चल रहे हैं, इसके लक्षण खांसी, बुखार, जुखाम आदि होते हैं, यदि यह फैलता है तो ऐसे में स्वस्थ लोगों को खांसी, बुखार, जुखाम वाले लोगों से दूर रहने के लिए कहा जाता है, देखा जाए तो यह बचाव का ही तरीका है, संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेट कर दूसरे लोगों को बचा सकता है, लेकिन कुछ स्टडी में यह भी कहा गया है कि कोरोना से पीड़ित मरीजों में बिना लक्षण वाले मरीज भी शामिल है जो कि ज्यादा संक्रमण फैला रहे हैं, ऐसे में यदि मरीज में लक्षण ही नहीं दिखाई देंगे तो सावधानी बरतना संभव नहीं हो पाएगा|
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन अमेरिका के मुताबिक कुछ रिपोर्टर का कहना है कि कोरोना वायरस लक्षण देखने से पहले ही फैलने लगता है, लेकिन इस वायरस का फैलने का मुख्य तरीका यह नहीं है, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अधिकारी डॉ डीब्रोहै ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बताया कि 20 साल से कम उम्र के लोगों पर स्टडी की जिनमें से बीमारी के लक्षण दिखाई नहीं दिए, यह बिना लक्षण वाले मरीज हैं, ऐसे में ये वायरस को फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं|
यदि कोरोनावायरस के लक्षण ही नजर नहीं आएंगे तो यह और भी ज्यादा फैल सकता है, जिसकी वजह से इसे रोक पाना काफी ज्यादा मुश्किल हो सकता है, इसलिए इस पर काबू पाना भी मुश्किल होगा|